प्राचीन भारत में जल नियोजन और उज्जैन का महत्व
दिनांक: 05/06/2023
उज्जैन में आगामी 5 जून 2023 को शाम 4 बजे ''प्राचीन भारत में जल नियोजन और उज्जैन का महत्व'' विषय पर भारत विक्रम व्याख्यानमाला का आयोजन किया जा रहा है। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में माननीय डॉ. मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। जबकि विषय विशेषज्ञ के रूप में जाने माने विज्ञानी, संस्कृतिविद् डॉ. प्रशांत पोल सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अश्विनी शोध संस्थान के प्रमुख डॉ. आर.सी. ठाकुर करेंगे।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि आज जल संकट भारत ही नहीं पूरी दुनिया की समस्या बनती जा रही है। जलवायु परिवर्तन ने समाज के सामने नया संकट खड़ा कर दिया है। कहीं अकाल तो कहीं बाढ़ आ रही है। बेमौसम बरसात और सूखा आज आम हो गया है। ऐसी स्थिति में हमें पुन: अपने प्राचीन इतिहास को देखने और उस समय के प्रयोगों को समझने की जरूरत है। 5 जून को ''प्राचीन भारत में जल नियोजन और उज्जैन का महत्व'' विषय पर एक दिवसीय विचार विमर्श का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जाने माने संस्कृतिविद डॉ. प्रशांत पोल अपनी बात रखेंगे।