सम्राट विक्रमादित्य की सभा में नौ विद्वान सभारत्न थे। उनके नााम थे, धन्वन्तरि, क्षपणक, अमरसिंह, शंकु, वेताल भट्ट, घटखर्पर, कालिदास, वराहमिहिर और वररूचि।